दरभंगा, सितम्बर 2 -- बिहार में शराबबंदी कानून लागू होने के बावजूद दरभंगा में किशोरों के बीच नशापान की प्रवृत्ति लगातार बढ़ रही है। शहर से लेकर गांव तक के किशोर और युवाओं में भांग, गांजा, अफीम और नशीली दवाओं के सेवन के असर से समाजिक तानाबाना खोखला हो रहा है। इससे न केवल परिवारों की आर्थिक खस्ता हो रही है, बल्कि वे तंगी के कुचक्र में भी फंस रहे हैं। नशीली दवाओं के सेवन से कई लोग अपनी जान तक गंवा चुके हैं। इसका सबसे ज्यादा असर खासकर युवाओं पर सबसे अधिक पड़ रहा है, जो आने वाले समय के लिए गंभीर खतरा है। नशे की लत का सबसे ज्यादा असर गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों पर पड़ रहा है। मेहनत-मजदूरी कर घर चलाने वाले लोग अपनी आय का बड़ा हिस्सा नशीली पदार्थों में खर्च कर देते हैं। इससे घर की महिलाएं और बच्चों पर सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ता है। कई बार स्थिति इत...