रांची, मार्च 22 -- रांची। हिन्दुस्तान ब्यूरो कटौती प्रस्ताव लाते हुए भाजपा विधायक राज सिन्हा ने कहा कि श्रम और उद्योग विभाग में अन्योन्याश्रय संबंध है। लेकिन पिछली बार की तुलना में दोनों विभागों का बजट कम है। आर्थिक सवेक्षण का हवाला देते हुए कहा कि इससे पता चलता है कि गांवों में बेरोजगारी कम हुई, शहरों में नहीं। सवाल यह है कि जब गांवों में बेरोजगारी घटी है तो पलायन क्यों? सरकार ने अपने पिछले कार्यकाल में नौकरी देने और नहीं देने पर ग्रेजुएट को 5000 और पोस्टग्रेजुएट को 7000 बेरोजगारी भत्ता देने की घोषणा की थी, इसके बाद नियोजनालयों में लाइनें लगीं। राज्य में 11 लाख से अधिक युवाओं ने निबंधन कराया, मगर किसी को भत्ता नहीं मिला। देश के कुल रिर्सोस की 24 प्रतिशत हिस्सेदारी झारखंड की है, मगर यहां पर उद्योग-धंधों की हालत खराब है। जियाडा ने बोकारो म...