चम्पावत, मार्च 28 -- चम्पावत। जिले के दूरस्थ ग्राम पंचायत कोट अमोड़ी निवासी बालकृष्ण भट्ट युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बने हैं। बालकृष्ण ने मुंबई महाराष्ट्र में नौकरी छोड़ने के बाद चार साल पहले घर में पशुपालन के माध्यम से स्वरोजगार शुरू किया था। जो आज स्वरोजगार के माध्यम से अपनी आजीविका को आगे बढ़ाने के साथ ही युवाओं के लिए एक उदाहरण बनकर सामने आ रहे हैं। चार वर्ष पूर्व महाराष्ट्र से नौकरी छोड़कर घर आए बालकृष्ण भट्ट बताते हैं कि शुरुआत में उन्होंने एक गाय खरीदी, जिससे प्रतिदिन पांच लीटर दूध का उत्पादन होता था। वर्तमान समय में वह प्रतिदिन 40 से 50 लीटर दूध का उत्पादन कर रहे हैं और प्रतिमाह 70 से 80 हजार रुपए की आय अर्जित कर रहे हैं। बालकृष्ण बताते हैं कि चार साल पूर्व तक वह महाराष्ट्र की एक निजी कंपनी में 12 घंटे कठिन परिश्रम करने के बाद मा...