सिमडेगा, अगस्त 24 -- सिमडेगा, छोटू बड़ाईक मेडल जीतने का जरिया के अलावे हॉकी अब सिमडेगा के युवाओं के लिए नौकरी पाने का सबसे बड़ा साधन बन चुका है। हॉकी खेलते-खेलते जिले के सैकड़ों खिलाड़ियों को अब तक रेलवे, पुलिस, सेना, एयर इंडिया, सीआरपीएफ, एजी सहित अन्य विभागों में नौकरी मिल चुकी है। सबसे ज्यादा सफलता केरसई और ठेठईटांगर प्रखंड के खिलाड़ियों को मिली है। यहां के दर्जनों खिलाड़ी हॉकी के दम पर सरकारी सेवा में जगह बना चुके हैं। इसके अलावा कई और युवा खिलाड़ी भी उभर रहे हैं, जो खेल को करियर बनाने की राह पर हैं। बता दें कि सिमडेगा में रोजगार का कोई ठोस साधन नहीं है। लोग मुख्य रूप से मानसूनी खेती पर निर्भर रहते हैं और कृषि कार्य खत्म होते ही बेरोजगारी बढ़ जाती है। ऐसे में युवाओं ने हॉकी को सहारा बनाकर अपनी प्रतिभा से देश-विदेश में पहचान बनाई है। क...