एटा, नवम्बर 19 -- पीड़ित के पास कोई भी बच्चा नहीं था। बच्चा न होने के कारण उन्होने परिवार के भाई से तीन माह की बेटी को गोद ले लिया था। बेटी के आने के बाद परिवार काफी खुश था और बेटी का काफी अच्छा पालन-पोषण कर रहे थे। बेटी को अच्छी शिक्षा भी दिला रहे थे। बेटी बीएससी तृतीय वर्ष की छात्रा थी। मां-बाप बेटी को काफी प्यार करते थे और बेटी के बड़ी होने पर शादी के लिए रिश्ता भी देख रहे थे। पोस्टमार्टम गृह पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि बेटी को मां-बाप काफी प्यार करते थे। बेटी के लिए रिश्ता भी देख लिया था। बेटी का रिश्ता रिजोर क्षेत्र के गांव मिर्जापुर सई में तय करने की बात भी चल रही थी। लड़का पुलिस विभाग में सिपाही पद पर तैनात है और सिपाही से शादी की भी बात चल रही थी। लड़के के घरवालों से बात होने के बाद रिश्ता तय माना जा रहा था। बेटी के घरवालों ने शा...