लखनऊ, अगस्त 4 -- लखनऊ, कार्यालय संवाददाता रौजाए बैतुल हुज्न रुस्तम नगर में अंजुमन शहीदाने कर्बला की पांच रोजा शब्बेदारी का अलविदायी अलम उठने के साथ समापन हो गया। मजलिस को मौलाना दानिश जैदी ने खिताब किया। मजलिस के बाद अंजुमन शहीदाने कर्बला के साथ जफरूल ईमान और आबदिया काजमियां ने अपने सलाम व नौहे पढ़कर सीनाजनी की। अलविदायी अलम को दरगाह हजरत अब्बास ले जाया गया। मजलिस का आगाज कारी गुलाम अस्करी ने तिलावते कुरआन से किया। शब्बेदारी का संचालन हैदर रजा लखनवी और कारी नदीम नजफी ने किया। अंजुमन के महासचिव फिरोज अली ने सबका शुक्रिया अदा किया। इमामबाड़ा मीसम रिजवी मेंहदी कालोनी कश्मीरी मोहल्ला में मजलिस को मौलाना हसनैन बाकरी ने खिताब किया। मौलाना ने कहा कि कर्बला की जंग हक व बातिल, सच और झूठ के बीच थी। उन्होंने कहा कि हजरत इमाम हुसैन इंसानियत की निजात का...
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