नई दिल्ली, अगस्त 28 -- सुहेल हामिद नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन इस बार कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती। प्रदेश में एसआईआर के मुद्दे पर महागठबंधन जहां वोट अधिकार यात्रा कर रहा है वहीं, महागठबंधन सितंबर के अंत तक घटकदलों के बीच सीट बंटवारे को भी अंतिम रूप देना चाहता है। महागठबंधन में घटकदल इस बार सीट की संख्या से ज्यादा जीत को अहमियत देंगे। सीट बंटवारे में घटकदलों की पसंद और परंपरागत फॉर्मूले के बजाय सामाजिक समीकरण और जीत की संभावना अहम होगी। ऐसे में घटक दल वर्ष 2020 में आपस में एक दूसरे के खाते में आई सीट की अदला-बदली भी कर सकते हैं। बिहार प्रदेश कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि सीट बंटवारे को लेकर घटकदलों के बीच कई दौर की चर्चा हो चुकी है। वर्ष 2020 के मुकाबले इस बार महागठबंधन में नए साथी शामिल हुए हैं, ऐसे में पिछले चु...