शाहजहांपुर, फरवरी 25 -- करीब 500 वर्षों के संघर्ष और साधना के बाद अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा हुई है। यह विश्व में सनातन संस्कृति के नवजागरण का शुभारंभ है। राम मंदिर निर्माण के एक वर्ष पूर्ण होने तथा दिव्य महाकुंभ के पावन अवसर पर मुमुक्षु आश्रम शाहजहांपुर में 25 फरवरी से 3 मार्च तक मुमुक्षु महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। मुमुक्षु शिक्षा संकुल के मुख्य अधिष्ठाता स्वामी चिन्मयानंद ने बताया कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर में रामलला की मूर्ति, प्राण प्रतिष्ठा और प्रयागराज में आयोजित दिव्य महाकुंभ सनातन धर्म के लिए मील का पत्थर साबित हुई। उन्होंने कहा कि हम अभी तक बराबर हिंदू संस्कृति की बात करते थे, हिंदू शैली की बात करते थे, गर्व से कहो हम हिंदू हैं, यह कहा करते थे। अब इसमे भी परिवर्तन हुआ है। अब हम सन...