गाजीपुर, मार्च 16 -- गाजीपुर, संवाददाता। खालिसपुर ग्राम में वरिष्ठ कवि रामदेव पांडे के आवास पर अखिल भारतीय साहित्य परिषद की ओर से होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें आधा दर्जन कवियों ने गीत, गजल, हास्य व्यंग मुक्तक प्रस्तुत कर कार्यक्रम में चार चांद लगाए। कार्यक्रम का शुभारंभ कवि कामेश्वर दुबे के इस सरस्वती वंदना से हुआ। चर्चित नव गीतकार डॉ. अक्षय पांडे ने अपने गीत के माध्यम से कवि के धरोहर का इजहार किया तो श्रोता वाह-वाह कर उठे। शब्द की संवेदना संघ अर्थ का विश्वास, है यही पूरी कमाई, एक कवि के पास। हास्य एवं व्यंग के कवि डॉ. विजय कुमार मधुरेश ने यह मुक्तक प्रस्तुत किया तो तालियो के गड़गड़ाहट से हाल गुंज उठा। यह फूल कब खिलेंगे बहारों से पूछो, डूबी कहां है कश्ती किनारो से पूछो, लिए जा रहे हैं पालकी में बिठाकर, जाएगी कहां दुल्हन कहारो...