चेन्नई, जुलाई 17 -- मद्रास हाई कोर्ट ने हाल ही में अपने एक अहम फैसले में कहा है कि जाति तो इंसानों ने बनाई है। ईश्वर तो तटस्थ हैं और उनके सामने सभी बराबर हैं। हाई कोर्ट ने यह भी कहा कि अनुसूचित जाति (SC) के लोगों को मंदिरों में पूजा-अर्चना करने के अधिकार से वंचित करना उनकी गरिमा का अपमान है। इसके साथ ही अदालत ने SC समुदाय के श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश करने की इजाजत दे दी। दरअसल, हाई कोर्ट अनुसूचित जाति समुदाय के सदस्यों की उस अर्जी पर सुनवाई कर रहा था, जिसमें अरुलमिगु पुथुकुडी अय्यनार मंदिर में प्रवेश करने और 16 से 31 जुलाई तक चलने वाले रथ उत्सव में भाग लेने की अनुमति मांगी गई थी। जस्टिस एन आनंद वेंकटेश ने कहा कि अगर कोई मंदिर जनता के लिए खुला है, तो उसे जाति की परवाह किए बिना और भेदभाव किए बिना सभी को वहां प्रवेश की अनुमति दी जानी च...
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