पटना, अगस्त 2 -- बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले चुनाव आयोग की और से स्पेशल वोटर वेरिफिकेशन कराया गया जिसमें 65 लाख से ज्यादा वोटरों के नाम कट गए। हालांकि ईसीआई ने दावा-आपत्ति के लिए एक माह का समय दिया है लेकिन, इस पर राजनीति तेज हो गई है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने इसे वोटों की चोरी करार दिया तो पूर्णिया के निर्लदीय सांसद पप्पू यादव ने डकैती बताया है। उन्होंने चुनाव आयोग को कांके मेंटल हॉस्पिटल में इलाज कराने की सलाह दी और कहा है कि लोकसभा को भंग कर फिर से चुनाव में जाना चाहिए। राज्यों की विधानसभाओं को भी डिजॉल्व कर देना चाहिए अगर इतने फर्जी वोटर हैं। एक इंटरव्यू में पप्पू यादव ने कहा कि 22 लाख वोटर मर गए, 35 लाख गायब और 7 लाख का दो बार पंजीकरण हो गया। यह सब एक महीने में पता चल गया लेकिन 16 सालों में पता नहीं...