नई दिल्ली, अगस्त 11 -- सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश ए.एस. ओका ने इस दावे से मानने से इनकार कर दिया कि सत्ता के करीबी लोगों को जमानत जल्दी मिल जाती है। उन्होंने कहा कि ऐसा दावा कर दिया जाता है, लेकिन दावा करने से पहले एक विस्तृत अध्ययन की जरूरत है कि आखिर कितने मामलों में ऐसा हुआ है। हम कुछ खास केसों के आधार पर ऐसा नहीं कह सकते। मुंबई प्रेस क्लब में लोगों से बात कर रहे जस्टिस ओका से जब इस दावे के बारे में पूछा गया कि क्या उमर खालिद और स्टेन स्वामी जैसे लोगों को इसलिए जमानत नहीं मिलती क्योंकि वह सत्ता के करीबी नहीं है, जबकि राम रहीम जैसे लोगों को सत्ता के करीबी होने के चलते बार बार पैरोल मिल जाती है। जस्टिस ओका ने इससे इनकार करते हुए कहा, "कानून के अनुसार जमानत पाने के हकदार व्यक्ति को ही जमानत मिलनी ही चाहिए। इस पर कोई भी विवाद नहीं हो...