पटना, जुलाई 4 -- बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण पर पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव और कांग्रेस के सुर अलग-अलग हो गए हैं। एक साल से भी ज्यादा समय से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का नाम लेकर कांग्रेस में मान-सम्मान तलाश रहे पप्पू यादव अपनी पार्टी जाप का पहले ही विलय कर चुके हैं। पप्पू यादव जहां एक तरफ आम लोगों से वोटर लिस्ट रिवीजन का बहिष्कार करने की खुली अपील कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी ने अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को मतदाता सूची में ज्यादा से ज्यादा नाम जुड़वाने पर फोकस करने का निर्देश दिया है। चुनाव आयोग ने शुक्रवार को जारी बयान में बताया है कि 10 दिन से जारी इस अभियान में अब तक बूथ लेवल अफसर (BLO) 1.50 करोड़ घरों तक पहुंच गए हैं और 87 प्रतिशत मतदाताओं को लिस्ट में नाम बचाने के लिए गणना फॉर्म (Enumera...