कानपुर, अक्टूबर 9 -- कानपुर देहात, संवाददाता। जनपद में वायरल मलेरिया के प्रकोप के साथ ही निजी पैथालॉजी संचालकों की बल्ले बल्ले हो गई है। स्वास्थ्य विभाग में निजी क्षेत्र की 35 पैथालॉजी पंजीकृत हैं। इनमें अधिकांश का पैथालाजिस्ट तो दूर अप्रशिक्षित तकनीशियन व आधे अधूरे उपकरणों के सहारे ही संचालन हो रहा है। वहीं अनदेखी से करीब दो दर्जन से अधिक अपंजीकृत पैथालॉजी भी जांच के नाम पर कमाई करने में लगी हैं। जनपद में मौजूदा समय में वायरल टाईफाइड व डेंगू के लक्षण वाले बुखार का प्रकोप कहर बरपा रहा है। बीमारी की चपेट में आकर अब तक 14 मरीज दम तोड़ चुके हैं। सरकारी अस्पतालों में कराई गई जांच में मलेरिया के 219 मरीज चिह्नित हो चुके हैं। जबकि निजी पैथालॉजी में इनकी संख्या दो गुनी बताई जा रही है। वहीं एलाइजा जांव में डेंगू के तेरह केस मिल चुके हैं।जबकि डेंगू...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.