बागपत, अगस्त 2 -- यमुना के जलस्तर ने किसानों की कमर तोड़कर रख दी है। किसान परेशान है क्योंकि उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। दरअसल, यमुना के जलस्तर ने किसानों को काफी परेशान किया हुआ है। एक तो उनकी खून पसीने से तैयार की गई फसल यमुना की धार में समा गई, ऊपर से उनकी जमीन भी यमुना कटान के कारण पानी में बह गई। जागोस, कोताना, शबगा, छपरौली, काकोर, कुरड़ी आदि गांवों में किसानों की सैंकड़ों बीघा जमीन और फसल यमुना की भेंट चढ़ गई है। जागोस निवासी यमुना किनारे खेती करने वाले नंदू, हरीश, महकसिंह,अनिल मुखिया आदि का कहना है कि यमुना किनारे की ज़मीन एक साल के किराए पर हम लोग खेती के लिए लेते हैं। यमुना में इस बार सब बर्बाद हो गया है। ऊपर से न तो अभी तक किसानों की बर्बाद फसल का सर्वे हुआ है, न मुआवजा मिला है और न किसी तरह की राहत मिली है। ऊपर से सिंचाई विभाग द्वार...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.