उरई, नवम्बर 7 -- रामपुरा। यमुना नदी की अविरलता, निर्मलता तथा उसे सतत प्रवाहमान और प्रदूषणमुक्त बनाए रखने के उद्देश्य से से परमार्थ समाज सेवी संस्थान द्वारा देव दीपावली या कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर पांच नदियों के संगम पचनदा (कंजौसा) में यमुना नदी संवाद का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उपस्थित जल सहेलियों ने संकल्प लिया कि निकट भविष्य में वे पचनदा से लेकर दिल्ली तक की यमुना पदयात्रा आयोजित करेंगी। यह यात्रा लगभग चार सौ किलोमीटर लंबी होगी और देश में यमुना नदी को बचाने के लिए महिलाओं द्वारा आयोजित पहली महिलाओं की पदयात्रा के रूप में इतिहास में दर्ज होगी। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आये जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने नदी बचाने के लिए जल सहेलियों द्वारा किये जा रहे प्रयासों की सराहना की तथा कहा कि नदियों के बिना हमारा अस्तित्व ही खतर...