बागपत, अगस्त 21 -- पहाड़ों और मैदानी इलाकों में हो रही लगातार बारिश से यमुना नदी उफान पर है। किसानों के खून पसीने की मेहनत उनकी आंखों के सामने ही यमुना की तेज धार में बहती जा रही है और बेबस किसान कुछ नहीं कर पा रहा है। यमुना खादर के गांवों में बड़ौत क्षेत्र के कोताना, जागोस, शबगा और बागपत क्षेत्र के किसानों का कहना है कि बढ़ते जलस्तर से उनकी मेहनत पर पानी फिर गया है। गन्ना, हरी सब्जियां और चारे की फसलें पूरी तरह से डूब चुकी हैं। किसानों ने बताया कि करीब 400 बीघा से अधिक खेत यमुना के तेज बहाव में समा चुके हैं। इतना ही नहीं, मिट्टी का कटाव भी लगातार बढ़ रहा है। इस वजह से खेतों की मेढ़ें टूटकर नदी में समा रही हैं। किसानों का कहना है कि हर बार बाढ़ जैसे हालात बनने पर उनका यही हाल होता है, लेकिन इस बार नुकसान कहीं अधिक है। हथिनीकुंड बैराज से बुधवार ...
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