बागपत, अगस्त 13 -- बड़ौत। यमुना में जलस्तर तेजी के साथ बढ़ता जा रहा है। यमुना अपने पूरे उफान पर है जिस कारण तटीय गांवों में स्थिति बिगड़ने की ओर अग्रसर है। यही कारण है कि प्रशासन ने अधिकारियों को मौके पर कैंप करने के निर्देश दिए हैं। अधिकारियों ने तटीय गांवों से ग्रामीणों को सुरक्षित करना भी शुरू कर दिया है। हथनीकुंड बैराज से अभी भी यमुना में पानी छोड़े जाने से यमुना अपने पूरे उफान पर है। यमुना का जलस्तर बढ़ने से छपरौली, शबगा, कुरडी, टांडा, बदरखा, जागोस, कोताना गांवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। इन गांवों में रहने वाले किसानों की सैंकड़ों बीघा गन्ने, ज्वार, लोकी, करेला, धनिया, मिर्च आदि की फसल तो पहले ही यमुना की भेंट चुकी है। टांडा गांव में तो किसानों की 600 बीघा ज्वार, मिर्च, लौकी, भिंडी आदि की फसल यमुना की धार में डूबी हुई है। किसानों नासि...
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