मुजफ्फरपुर, मई 3 -- कांटी। तीनों लोक में यज्ञ के बराबर कोई उत्तम वस्तु नहीं है, इसलिए दोष दृष्टि से रहित होकर यज्ञ करना चाहिए। उक्त बातें हरचंदा चौक पर चल रहे श्री लक्ष्मीनारायण महायज्ञ के तीसरे दिन यज्ञाचार्य अभिषेक कुमार दूबे व आचार्य आशुतोष कुमार द्विवेदी ने कहीं। उपाचार्य चंदन पांडेय ने कहा कि यज्ञ में प्रतिदिन श्री सूक्त व पुरूसूक्त के माध्यम से हवन किया जाता है। छोटे बापू ने कहा कि भगवान श्रीरामचंद्र जी का इतना सुंदर राज्य था कि एक बार भगवान शिव भी उस राज्य में वेश बदल कर आए थे। आचार्य अभय पांडेय, आलोक तिवारी, अजीत शास्त्री, अनिकेत दुबे, राजीव तिवारी, प्रिंस पांडेय, विवेक तिवारी, शुभम भारद्वाज आदि मौजूद रहे।

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