नई दिल्ली, अगस्त 8 -- सनातन धर्म में ना जाने कितनी परपंराएं सदियों से चली आ रही हैं। हर एक परपंरा का विशेष महत्व भी है, जिसे आज भी लोग मानते हैं। पूजा पाठ से जुड़ी कुछ ऐसी चीजें हैं जोकि त्रेतायुग से चली आ रही हैं। इन्हीं में से एक है यज्ञ और हवन करवाना। हिंदू धर्म के कई धार्मिक ग्रंथों के अनुसार यज्ञ और हवन हमेशा शुद्धिकरण, मनोकामना की पूर्ति या फिर साधना में किया जाता है। महाभारत और रामायण में तो बकायदा इसका उल्लेख भी है। वहीं कई बड़े-बड़े राजा-महाराज समय-समय पर इसे करवाते आए हैं। ये परपंरा आज भी कायम है, लेकिन कई दफा लोग हवन और यज्ञ को एक ही मानने की गलती कर बैठते हैं। आपको बता दें कि दोनों में बड़ा अंतर होता है।हवन और यज्ञ में सबसे बड़ा अंतर कुछ बुरा टालने के लिए यज्ञ और हवन करवाया जाता है और ये परंपरा सदियों से चली आ रही है। एक तरह स...