हमीरपुर, नवम्बर 2 -- भरुआ सुमेरपुर, संवाददाता। मौसम साफ होने पर किसानों ने राहत की सांस ली है। किसान बारिश से बर्बाद हुई खरीफ की फसलों को सहेजने में जुट गया है। बारिश से सर्वाधिक नुकसान धान की फसल को हुआ है। साथ ही लगातार मौसम खराब होने से दलहन-तिलहन बोने का समय किसानों के हाथों से फिसल गया है। इस वर्ष गेहूं के रकबे में इजाफा होने की उम्मीद बढ़ गई है। बंगाल की खाड़ी से उठे तूफान मोंथा का कहर अब शांत होने लगा है। रविवार को लगातार दूसरे दिन सुबह से खिली धूप निकली। इससे किसानों ने राहत की सांस ली और भोर से ही खेतों की ओर दौड़ लगाकर बारिश से बर्बाद हुई खरीफ की फसलें सहेजने में जुट गया है। किसान धीरेंद्र यादव, सुरेश कुमार, अट्टी नामदेव, उदयभान यादव, मानसिंह भदौरिया आदि ने बताया कि बारिश से सर्वाधिक नुकसान धान की फसल को हुआ है। इसमें 50 फीसदी से अ...