मधुबनी, अप्रैल 16 -- मधुबनी,नगर संवाददाता। बदलते मौसम का हमारी सेहत पर गहरा असर पड़ता है। कुछ बीमारियां इस मौसम में घात लगाए रहती है। इसमें निमोनिया भी एक है। दरअसल बदलते मौसम में खांसी व जुकाम बेहद आम होता है, लेकिन कई बार खांसी, जुकाम के साथ कफ हमारे लिये बड़ी परेशानी का सबब बन जाता है। सिविल सर्जन डॉ हरेंद्र कुमार ने कहा कि बच्चों में रोग प्रतिरोधात्मक क्षमता का अभाव होता है। साथ ही वे मौसम, धूल, गंदगी सहित अन्य पर्यावरणीय कारकों के प्रति बेहद संवेदनशील होते हैं। व्यस्कों की तुलना में बच्चों के सांस लेने की दर अधिक होती है। जहां एक व्यस्क एक मिनट में 12 से 18 बार सांस लेता है वहीं तीन साल का बच्चा एक मिनट में 20 से 30 बार सांस लेता है। इसके अलावा बच्चे घर के अंदर व बाहर विभन्नि गतिविधियों में संलग्न रहते हैं। इससे उनके रोगग्रस्त होने क...