लखनऊ, अक्टूबर 28 -- लखनऊ, कार्यालय संवाददाता। मौसम के मिजाज में आये बदलाव से बच्चे और बुजुर्गों की सेहत बिगड़ने लगी है। बुखार, जुकाम, खांसी के अलावा सांस और अस्थमा के मरीजों की तकलीफें और बढ़ गई हैं। सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में अस्थमा, खांसी और सांस की तकलीफ के करीब 20 फीसदी मरीज बढ़ गए हैं। ओपीडी में चेस्ट फिजीशियन के कमरे के बाहर मरीजों की कतारें लग रही हैं। केजीएमयू, लोहिया व बलरामपुर, सिविल, लोकबंधु समेत दूसरे अस्पतालों की ओपीडी में भारी संख्या में रोगी पहुंच रहे हैं। फेफड़ों की कार्य क्षमता घटी केजीएमयू के रेस्पिरेट्री मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. सूर्यकांत ने बताया कि मौसम में तब्दीली के साथ प्रदूषण का स्तर बढ़ने से सांस की नली में सूजन होने से कई समस्याएं बढ़ जाती हैं। ओपीडी में सर्दी-जुकाम, खांसी और बलगम की दिक्कतें वाले रो...