कन्नौज, नवम्बर 19 -- कन्नौज, संवाददाता। नवंबर की शुरुआत के साथ मौसम में तेजी से आ रहे बदलाव ने सांस और अस्थमा रोगियों की परेशानी बढ़ा दी है। दिन में धूप और शाम को ठंडी हवा का मिलाजुला प्रभाव श्वसन संबंधी बीमारियों को ट्रिगर कर रहा है। जिला अस्पताल की ओपीडी में रोजाना 10 से 15 मरीज सांस फूलने, खांसी, छाती में भारीपन और अस्थमा के बढ़े हुए लक्षणों के साथ पहुंच रहे हैं। डॉक्टरों के अनुसार मौसम का यह उतार-चढ़ाव सबसे अधिक असर उन लोगों पर डालता है, जिन्हें पहले से एलर्जी, दमा या फेफड़ों की कमजोरी की समस्या है। विशेषज्ञ बताते हैं कि मानसून के बाद धूल-मिट्टी, पराग कण और प्रदूषण तेजी से बढ़ने लगते हैं। हवा में मौजूद ये सूक्ष्म कण श्वसन नलियों को प्रभावित कर उनमें सूजन पैदा करते हैं। इसके अलावा ठंडी हवाएं वायु मार्ग को संकुचित कर देती हैं, जिससे अस्...