लखनऊ, मई 18 -- मौर्य कालीन ब्राह्मी से लेकर 15 वीं शताब्दी तक के शिलालेखों और अभिलेखों की चित्र प्रदर्शनी जेनरल वाली कोठी में रविवार को शुरू हुई। यह 20 मई तक आम लोगों के लिए खुलेगी। साथ ही दक्षिण भारत के शिलालेखों एवं अरबी और फारसी अभिलेखों को भी दिखाया गया। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की पुरालेख शाखा की ओर से इसका शुभारंभ किया गया है। इस मौके पर मुख्य अतिथि उप्र के पूर्व डीजीपी विजय कुमार, आईटीबीपी के अधिकारी बृजेंद्र भारद्वाज, पूर्व पुरालेख निदेशक जयप्रकाश और पुरालेख शाखा लखनऊ के सर्किल और साइंस ब्रांच के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।

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