बगहा, अप्रैल 17 -- बेतिया, हमारे संवाददाता। महागिरिजाघर के प्रांगण में शाम साढ़े पांच बजे से पवित्र गुरुवार अर्थात 'मौंडी थर्सडे के अवसर पर अलग अलग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस दौरान ईसाई पुरोहितों द्वारा 12 चेलों का पैर धोकर पोंछे गए। प्रभु ईसा मसीह से जुड़ी सभी बातों को दोहराया गया। रोटी और दाखरस ग्रहण किया गया। संगीत मंडली के सदस्यों ने प्रभु द्वारा बतायी गयी बातों को संगीत के माध्यम से गाकर माहौल को भक्तिमय बना दिया। देर रात तक अलग अलग टोली में लोगों ने आराधना की। पाप स्वीकार भी किया गया। इस दौरान पूरा माहौल भक्तिमय हो गया था। यह पुण्य सप्ताह का पांचवा दिन है। मौंडी का शाब्दिक अर्थ आज्ञा माना जाता है। मान्यता है कि गुरुवार को ईसा मसीह अपने 12 चेलों के साथ अंतिम बार रात्रि भोजन अर्थात 'लास्ट सपर करते हैं। भोजन करने से पहले प्रभु य...