चंदौली, जून 26 -- दुलहीपुर, हिन्दुस्तान संवाद। इमाम हुसैन और उनके 71 साथियों की शहादत का महीना मोहर्रम का चांद दिखते ही अजादार गम में डूब गए हैं। वहीं क्षेत्र के शिया बहुल इलाके में या हुसैन की सदाएं बुलंद होने लगी है। देर रात आग नजफ अली साहब के इमामबाड़े में आगाजे मोहर्रम की मजलिस हुई। इसमें इमाम हुसैन की शहादत पढ़ी गई। वहीं अन्य इमामबाड़ों में भी मजलिसों का आयोजन हुआ। दुलहीपुर स्थित शिया बस्ती में एक मोहर्रम से लेकर 10वीं मोहर्रम तक जुलूस उठाए जाएंगे। इसमें अलम, ताबूत और दुलदुल शामिल होगा। अंजुमन सज्जादिया असगरिया के सेक्रेटरी राहिब जाफरी ने बताया कि पहला जुलूस 5वीं मोहर्रम को इमामबाड़ा मोहम्मद अब्बास से उठाया जाएगा। यह अपने कदीमी रास्तों से होता हुआ वापस इमामबाड़ा अली हमीद में समाप्त होगा। वहीं 6वीं मोहर्रम को शिया जमा मस्जिद से अलम एवं दुल...