लखनऊ, जुलाई 1 -- हजरत इमाम हुसैन और उनके 71 साथियों की शहादत को याद करने के लिए अजादार अपने घरों में अजाखानों को सजाने में व्यस्त हैं। इसके लिए जरीह, ताबूत, अलम और झूला जैसे सामान खरीदे जा रहे हैं। कोई चांदी की आकर्षक जरीह और ताबूत बनवा रहा है, तो कोई अलम को सजा रहा है। चौक, दरगाह हजरत अब्बास रोड और अकबरी गेट के बाजारों में खरीदारी का उत्साह है। अजादार इन बाजारों से सामान खरीदकर देश-विदेश तक ले जा रहे हैं। चौक की मेहदी एंड संस ज्वेलर्स पर ऑर्डर पर तैयार की गई दो किलो चांदी की जरीह अपनी खूबसूरती से सबका ध्यान खींच रही है। इसमें ईरानी शैली की बारीक नक्काशी की गई है। यह जरीह लगभग दो फीट ऊंची और एक फीट चौड़ी है, जिसमें एक बड़ा गुम्बद, आठ छोटे गुम्बद और आठ मीनारें बनी हैं। जरीह के चारों ओर छोटे-बड़े दरवाजे भी बनाए गए हैं, जिन्हें चांदी की चेन और ...
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