मधेपुरा, जून 24 -- घैलाढ़, संवाद सूत्र। प्रखंड क्षेत्र से होकर गुजरने वाली छोटी-बड़ी नहरों का अस्तित्व मिटने के कगार पर है। विभागीय उदासीनता के कारण मोहनपुर उपवितरणी, घैलाढ़ झिटकिया नहर, बासुदेवा नहर का अस्तित्व मिटाता जा रहा है। आलम यह है कि नहर में कभी कभी पानी आने के कारण अतिक्रमण का खेल शुरू है। नहर और नहर के ऊपरी सतह पर घर का निर्माण किया जा रहा है। मोहनपुर मुसहरी, चिकनोटवा, श्रीनगर, पथराहा, घैलाढ़ बाजार सहित नहर के किनारे बसने वाले सभी गांवों में अतिक्रमण कर घर बनाया जा चुका है और कुछ जगहों पर अभी भी बनाया जा रहा है। एक तरफ सरकार किसानों की खेतो में पटवट के लिए पानी पहंुचाने की बात करती है वहीं विभागीय लापरवाही के कारण सिंचाई के साथ नहर का अस्तित्व मिटता दिखाई दे रहा है। किसानों की बदहाली पर विभाग का ध्यान नही है। नहर के कुछ भाग में अभी...