उत्तरकाशी, मार्च 18 -- मोरी में टौंस नदी पर स्थित पैदल सांद्रा पुल की मरम्मत का कार्य न होने के कारण इस पुल से आवाजाही बंद पड़ी है। इसके चलते स्थानीय ग्रामीणों को चार किलोमीटर का अतिरिक्त पैदल सफर तय कर गांव पहुंचना पड़ रहा है। टिहरी राजशाही के समय टौंस नदी पर वर्ष 1899 में बना सांद्रा झूला पुल क्षेत्र के सल्ला, मोताड़, पेतरी, बामसू, सरास और सांद्रा सहित छह गांव की आवाजाही का मुख्य साधन है। वर्ष 2024 में दीपावली की रात को पटाखों से आग लगने पर पुल के तख्ते जल गए थे। इससे पुल क्षतिग्रस्त हो गया और वन विभाग ने पुल पर आवाजाही पूरी तरह बंद कर दी। स्थानीय ग्रामीण केदार सिंह, राजेंद्र सिंह ने बताया कि सांद्रा पुल से आवाजाही बंद होने से उनको मोताड़ पुल से चार किमी का लंबा रास्ता तय कर अपने गांव पहुंचना पड़ रहा है। जबकि इससे पहले सांद्रा झूला पुल ...
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