वाराणसी, जुलाई 28 -- वाराणसी, कार्यालय संवाददाता। मुत्तहिदा उलेमा काउंसिल की ओर से हनुमान फाटक (नवापुरा) स्थित मस्जिद चंदन शहीद में जलसा हुआ। इस दौरान मौ.इश्तियाक अली ने इस्लाम में इत्तेहाद-ए-उम्मत (एकता) और ईमान की खराबी को खत्म करने पर तकरीर की। मौ.इकबाल अहमद सिराजी ने कहा कि आज समाज में सबसे ज्यादा बुराइयां मोबाइल के गलत इस्तेमाल से आ रही हैं। उन्होंने आह्वान किया कि हमें मोबाइल का सही इस्तेमाल सीखना होगा। इंटरनेट पर दुनिया की हर जुबान में किताबें मौजूद हैं। उलेमा की हजारों नहीं लाखों तकरीरे मौजूद हैं, उनसे फायदा उठाएं। मौ.मोहम्मद इमरान सल्फी ने कहा कि अल्लाह के नबी पर कुरआन का जो सबसे पहला लफ्ज उतरा वो इकरा था। इकरा का मतलब होता है पढ़ो, तो ये कैसे संभव है कि इस्लाम को मानने वाला पढ़ने लिखने से दूर हों। मुफ्ती-ए-बनारस अब्दुल बातिन नोमान...