मुजफ्फरपुर, अप्रैल 14 -- रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) के फर्जी ट्रेनिंग सेंटर मामले में मुजफ्फरपुर स्थित एक निजी बैंक के एक ब्रांच मैनेजर घिर गये है। उन्होंने बिना सत्यापन के कागज पर चल रही कंपनी का चालू खाता खोल दिया, जिससे 200 करोड़ से अधिक का भुगतान फर्जी ट्रेनिंग सेंटर के अभ्यर्थियों को किया गया। इसका खुलासा वाणिज्यकर विभाग की रिपोर्ट से हुआ है। खुलासे के बाद विभाग में हड़कंप मच गया है वहीं बैंक मैनेजर की कभी भी गिरप्तारी हो सकती है। मामले की जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि चालू खाता खोलने के लिए जो कागजात प्रस्तुत किए गए थे, वह भी फर्जी निकले। इस रिपोर्ट के बाद अब सोनपुर रेल पुलिस कभी भी बैंक मैनेजर को गिफ्तार कर सकती है। फिलहाल गिरफ्तारी को लेकर वरीय पुलिस पदाधिकारी के आदेश का इंतजार है। सोनपुर रेल थाना के थानेदार धर्मेंद्र कुमार ...