जमशेदपुर, मार्च 4 -- मोटापा एक बीमारी नहीं, बल्कि कई बीमारियों की जड़ है। इससे लोग डिप्रेशन का शिकार भी हो रहे हैं। इससे बच्चे सहित महिलाएं सबसे ज्यादा ग्रसित होती हैं। इसका असर तात्कालिक नहीं बल्कि दीर्घकालिक पड़ रहा है। महिलाओं में मोटापा से हार्मोनल असंतुलन हो जाता है। इससे चेहरे पर बाल आने लगते हैं। ऐसे में शर्मिंदगी झेलनी पड़ती है। इससे वह सामाजिक रूप से अलग-थलग महसूस करने लगती हैं। मोटापे के कारण पीसीओडी में ओवरी में ठीक से अंडा नहीं बनता है। हार्मोन के असंतुलित होने से डायबिटीज की भी शिकायत होती है। मोटापा से शरीर का आकार बिगड़ने के कारण महिलाओं का आत्मविश्वास प्रभावित होता है। इससे वह डिप्रेशन में जाने लगती हैं। ऐसे महिलाओं की संख्या अधिक हो रही है। एमजीएम में मेडिसिन और मनोरोग विभाग और गायनी में मोटापा के कारण होने वाले रोगों के ...