जहानाबाद, मई 9 -- हुलासगंज, निज संवाददाता रुस्तमपुर गांव में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा के अंतिम दिन प्रवाचक श्याम सुंदर गोस्वामी जी महाराज ने श्रद्धालुओं को मोक्ष प्राप्ति के साधनों की चर्चा करते हुए बताया कि भक्ति-मार्ग में भजन, कीर्तन और सत्संग मोक्ष प्राप्ति का एक महत्वपूर्ण साधन है। भजन से भगवान के प्रति प्रेम और समर्पण बढ़ता है, जिससे मन शांत होता है और सांसारिक मोह-माया से मुक्ति मिलती है। भजन भगवान के गुणगान और उनकी महिमा का वर्णन करता है, जिससे आत्मा को शांति मिलती है और मोक्ष के मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने चल रहे कथा प्रसंग के प्रवाह में अक्रूर द्वारा भगवान श्री कृष्ण एवं बलिराम को कंस के द्वारा भेजे गए बुलावा का जिक्र करते हुए बताया कि लीला बिहारी को उसके मामा कंस के द्वारा अक्रूर को भेज कर मथुरा बुलाया गया था। अक...