सीवान, नवम्बर 1 -- भगवानपुर हाट, एक संवाददाता। मोंथा चक्रवात के प्रभाव के कारण लगातर तीन दिनों से रुक - रुक कर बारिश होने से कई किसानों की धान की फसल डूब गई है। इससे फसल के बर्बाद होने की आशंका से चिंतित नजर आ रहे हैं। धान की रोपनी के समय बिचड़ा तैयार करने से लेकर बुआई तक किसानों ने अच्छी - खासी राशि खर्च किया था, जिससे उनकी माली हालात खराब हो गई है। अब जब खेतों में धान की फसल तैयार हो गई है तब मोंथा चक्रवात की बारिश ने किसानों के अरमान पर पानी फेर दिया है। किसान खेतों में लगी फसल के बर्बाद होने की आशंका से चिंतित हो गए हैं। कुछ किसान धान की कटनी कर खेतों में सूखने के लिए छोड़े हुए थे, लेकिन बारिश होने से खेतों में पानी लगने से धान की काटी गई फसल पानी में तैरने लगी है। किसान पानी में तैर रहे धान की फसल को निकाल कर ऊंचे स्थान पर सुरक्षित रख...
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