गिरडीह, सितम्बर 28 -- रेम्बा, प्रतिनिधि। आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी का भार कम करने का जमुआ प्रखंड के ग्रामीण बाजारों में कोई असर नहीं देखा जा रहा है। खाद्य सामग्री के भाव में आग लगी है। राशन का मूल्य जस का तस है। फूड इंस्पेक्टर तथा बाजार अधिकारी कथित रूप से अपने पॉकेट को गर्म करने में जुटे हुए हैं। चाहे आटा का मूल्य हो या फिर रिफाइन तेल का, बेसन हो या दलहन। किसी भी सामग्री के मूल्य में फुटकर दुकानदारों द्वारा कोई भी कमी नहीं की गई है। रेम्बा बाजार में तो स्थिति और भी बुरी है। इस बाबत कई उपभोक्ताओं नीलम देवी, वसुंधरा देवी, सरिता देवी, गीता देवी व सीता देवी सहित कई लोगों का कहना है कि दुकानदारों द्वारा स्पष्ट कहा जाता है कि वे महंगा खरीद कर लाए हैं तो महंगा ही बेचेंगे। जब नई खरीददारी होगी तभी नए मूल्य पर सामान उपलब्ध होगा। उपभोक्ताओं का कहना ...