गुड़गांव, अगस्त 20 -- गुरुग्राम, वरिष्ठ संवाददाता। गुरुग्राम नगर निगम द्वारा खुले सीवर मैनहोलों को बंद करने के लिए चलाया गया दस दिन का अभियान महज खानापूर्ति बनकर रह गया है। अभियान खत्म होने के बाद भी शहर में सैकड़ों जगहों पर सीवर के मैनहोल खुले या टूटे पड़े हैं, जो हादसों को दावत दे रहे हैं। लाखों रुपये खर्च करने के बावजूद भी नागरिकों को सुरक्षा नहीं मिल रही है। निगम ने मैनहोल के ढक्कन बदलने के नाम पर लाखों रुपये का भुगतान तो कर दिया, लेकिन जमीन पर स्थिति जस की तस बनी हुई है। शहर के कई सेक्टरों और कॉलोनियों में खुले मैनहोल सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन गए हैं। वाहन चालक और पैदल चलने वाले, खासकर बच्चे और बुजुर्ग, कभी भी इनमें गिरकर गंभीर रूप से घायल हो सकते हैं। हंस एन्क्लेव के निवासी इस समस्या से खासतौर पर परेशान हैं। यहां 10 से अधिक जगहों ...