मैनपुरी, अप्रैल 29 -- एसटीएफ और एलाऊ पुलिस से हुई मुठभेड़ में मारा गया जीतू हाथरस का बेहद शातिर अपराधी था। वह सुपारी लेकर लोगों की हत्याएं करता था। उसकी दहशत लगातार बढ़ती जा रही थी। हाथरस के छोटे से गांव पहाड़पुर से निकलकर जीतू जरायम की दुनिया में बड़ा नाम बनने लगा था। वह हाथरस और आसपास के जिलों से अवैध वसूली का धंधा भी करने लगा था। वह मैनपुरी क्यों आया था इसका पता तो नहीं चला लेकिन उसके मैनपुरी में घुसते ही एसटीएफ को उसके मैनपुरी में होने का इनपुट मिल गया था। हाथरस के पहाड़पुर निवासी जितेंद्र उर्फ जीतू पुत्र मुरली के खिलाफ यूं तो पुलिस के रिकार्ड में 13 मुकदमे दर्ज हैं। लेकिन उसके खिलाफ हत्या का पहला मुकदमा हाथरस जंक्शन थाने में वर्ष 2005 में दर्ज हुआ था। ठीक दो वर्ष बाद हाथरस जंक्शन थाने में ही जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज कराया गया। 2008 और ...