पूर्णिया, जुलाई 23 -- बनमनखी, संवाद सूत्र। मैथिली समर्पण सहिष्णुता की कामना और सांस्कृतिक परंपराओं के प्रति प्रेम का प्रतीक, लोक पर्व मधुश्रावणी शिव पार्वती की विशेष पूजा के साथ मंगलवार को शुरू हो चुका है। यह पर्व आगामी 27 जुलाई को संपन्न होगा। पर्व के पहले दिन अहले सुबह से ही नव विवाहिता व्रती मिथिला के पारंपरिक परिधानों में 16 श्रृंगार से सुसज्जित हो सजधज कर शिव पार्वती की आराधना के साथ मधुश्रावणी पर्व की शुरूआत की। इस दौरान मिथिला के प्रसिद्ध भगवती गीत जय जय भैरवी असुर भयावनी आदि भक्ति गीतों से मैथिलानियों के घर आंगन का माहौल पूर्णतया भक्तिमय हो चला है। वहीं पारंपरिक तरीके से नाग नागिन, हाथी, गौरी, शिव पार्वती की मिट्टी से प्रतिमा बनाकर सुबह शाम पूजा अर्चना की जा रही है रंग बिरंगी सावन में खिले फूल मैथिली भक्ति संगीत एवं सांस्कृतिक परं...