नई दिल्ली, अप्रैल 24 -- नई दिल्ली, वरिष्ठ संवाददाता। भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने फर्जी फार्मेसी पंजीकरणों की जांच के बाद गिरफ्तार दिल्ली फार्मेसी काउंसिल (डीपीसी) के पूर्व रजिस्ट्रार कुलदीप सिंह सहित 48 लोगों से पूछताछ के बाद बड़ा खुलासा किया है। दलाल चार लाख रुपये में फार्मासिस्ट बनने का पैकेज दे रहे हैं। भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) की जांच में सामने आया है कि दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में बड़ी संख्या में ऐसे दलाल सक्रिय है, जो अनपढ़ को भी चार लाख रुपए में मैट्रिक का सर्टिफिकेट, फार्मेसी का डिप्लोमा और फार्मेसी पंजीकरण नम्बर तक उपलब्ध करवा रहे हैं। इस घोटाले में दलालों के साथ डीपीसी के पूर्व रजिस्ट्रार कुलदीप सिंह और कई कॉलेजों के मालिक भी शामिल हैं। पुलिस इस मामले में उनकी तलाश कर रही है। ऐसे काम करता है गिरोह एसीबी की जांच में समाने आय...