जैसलमेर, अक्टूबर 14 -- जैसलमेर-जोधपुर हाईवे पर मंगलवार दोपहर का वो वक्त किसी डरावने सपने से कम नहीं था। थईयात गांव के पास जब अचानक बस में आग लगी, तो कुछ ही पलों में सबकुछ राख में तब्दील हो गया। हवा में धुआं और चीखें थीं- मुझे बचाओ. मुझे बचाओ!" लोग सड़क किनारे बेबस खड़े थे, कोई समझ नहीं पा रहा था कि पहले आग बुझाएं या किसी को बाहर निकालें। थईयात गांव के रहने वाले अमीन खान उस वक्त अपनी बाइक पर किसी काम से जा रहे थे। उन्होंने बताया, "मैं वार म्यूजियम के पास पहुंचा ही था कि सामने सड़क पर बस धधक रही थी। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि पास जाना मुश्किल था। एक आदमी नीचे गिरा पड़ा था, वह बुरी तरह झुलस चुका था और बार-बार चिल्ला रहा था - मुझे बचाओ!' उस पल मैं कुछ सेकंड के लिए जड़ हो गया, लेकिन फिर हिम्मत जुटाई और उसे बाइक पर बिठाकर हॉस्पिटल पहुंचाया।" अ...