रुडकी, सितम्बर 7 -- नव सृजन साहित्यिक संस्था की ओर से रविवार को एक काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस मौके पर कवियों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर आगंतुकों को भाव विभोर कर दिया। संस्था के कोषाध्यक्ष पंकज त्यागी असीम के निवास पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में उत्तराखंड संस्कृत शिक्षा के निदेशक डॉ. आनंद भारद्वाज, व विशिष्ट अतिथि वीके जैन रहे। काव्य गोष्ठी का शुभारंभ संस्था के समन्वयक सुरेंद्र कुमार सैनी की सरस्वती वंदना से हुआ। इस दौरान अर्चना त्यागी ने जब मैं थक जाती हूं , डर जाती हूं, तब मैं मां ढूंढती हूं, को पढ़ा। सुरेंद्र कुमार सैनी की गजल 'पिता का फर्ज जैसे अंगुली पर गिरि उठा लेना, जरा तुम गौर से देखो है उसमें अंश गिरधर का' को खूब समर्थन मिला। डॉ. आनंद भारद्वाज ने कहा ' मैं मां से अपनी सभी भूलों, गलतियों और धृष्टताओं के...