बदायूं, नवम्बर 3 -- बदायूं, संवाददाता। मिनीकुंभ मेला ककोड़ा इतिहास में पहली बार हराभरा रहेगा। मेला ककोड़ा जनमानस को पर्यावरण संरक्षण का संदेश देगा। इसके लिए जिला पंचायत और प्रशासन का कोई खर्चा नहीं है बस सजाने और संवारने की जरूरत है। बाकी पौधरोपण वाला स्थान मेला ककोड़ा के लिए किसानों ने दिया। बस आम लोगों को जागरूकता दिखाने की जरूरत है कि वह मेला के समय पेड़-पौधों को तोड़ें नहीं बल्कि संरक्षण कर जागरूकता का संदेश दें। कासगंज की जमीन पर मेला ककोड़ा लग रहा है। गंगा खाद की जमीन जिन किसानों की है उन किसानों ने इस बार मेला स्थल पर फसलें तो काट ली हैं लेकिन खेत में यूकेलिप्टस के पेड़ छोटे-छोटे खड़े हैं। पेड़ों को इस वर्ष ही लगाया है करीब पांच से छह महीने लगे हुए बीते हैं। अब मेला ककोड़ा लग गया है। मेला ककोड़ा में टैंट इलाके से लेकर दुकानों वाले ...