मेरठ, मार्च 9 -- मोदीपुरम। आईआईएफएसआर मोदीपुरम में अंतर्राष्ट्रीय कृषि प्रणाली सम्मेलन के दूसरे दिन वैज्ञानिकों ने प्राकृतिक खेती के लिए किसानों को प्रेरित किया। संस्थान के पूर्व निदेशक डॉ. आजाद सिंह पंवार ने बताया कि जैविक कार्बन के उपयोग से मिट्टी की उर्वरक क्षमता को बढ़ाया जा सकता है। मिट्टी की क्षमता बढ़ने पर फसलों का उत्पादन बढ़ेगा, साथ ही फसलों के उत्पादन में भी समय कम लगेगा। यह विधि किसानों के लिए वरदान साबित होगी। शनिवार के सम्मेलन के प्रथम सत्र को हॉर्टिकल्चर विश्वविद्यालय सोलन, हिमाचल प्रदेश के पूर्व कुलपति डॉ. राजेश सिंह चंदेल ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती को वैज्ञानिक आधार पर ही लागू किया जाए। इसके लिए वैज्ञानिक इसका डाटाबेस तैयार करें। जो किसान पूरी तरीके से प्राकृतिक खेती नहीं कर पा रहे हैं, उन्हे वैज्ञानिक...