मेरठ, फरवरी 13 -- महाराज मैंने अपनी नौकरी के दौरान कई एनकाउंटर किए, मुझे कई सम्मान मिले, राष्ट्रपति वीरता पदक भी मिला। एक मुठभेड़ में मुझे गोली लगी, मेरी मत्यु का समाचार भी जारी हो गया लेकिन प्रभु की कृपा से मैं बच गया। मेरा मन अब बहुत विचलित है, मैं अपने कतर्व्य पथ पर चलता रहूं या फिर प्रभु की शरण में आ जाऊं। प्रेमानंद महाराज से यह सवाल किया मेरठ में एक साल पहले बदमाशों से लोहा लेते हुए बदमाशों की गोली सीने पर खाने वाले दरोगा मुनेश सिंह का। प्रेमानंद महाराज की शरण में पहुंचे दरोगा के सवालों के महाराज ने बखूबी जवाब दिया। मेरठ के सिविल लाइन थाने में तैनात दरोगा मुनेश सिंह पिछले वर्ष कंकरखेड़ा थाने में तैनात थे। 22 जनवरी 2024 को वाहन लूटकर फरार होने वाले बदमाशों को मुनेश सिंह ने दिलेरी दिखाते हुए घेर लिया और आमने-सामने की गोलीबारी में दरोगा...