नई दिल्ली, अगस्त 2 -- प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े यौन उत्पीड़न और दुष्कर्म के कई मामलों की जांच कर रही एसआईटी के अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि अदालत द्वारा दोषी को उम्रकैद सुनाए जाने के बाद वे पीड़िता को न्याय दिलाने में सक्षम हैं। एसआईटी प्रमुख बी.के. सिंह ने कहा कि यह एक चुनौतीपूर्ण मामला था क्योंकि अपराध चार साल पहले हुआ था। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट के अभाव में अपराध के लिए सबूत एकत्र करना वाकई बहुत मुश्किल था, लेकिन हमारी टीम ने पेशेवर तरीके से काम किया। उन्होंने आगे कहा, उन्होंने मेडिकल रिपोर्ट को छोड़कर ज्यादातर वैज्ञानिक साक्ष्य एकत्र कर लिए। वैज्ञानिक रूप से उनकी जांच करने के बाद, फोरेंसिक टीम ने उन्हें अदालत में पेश किया। उन्होंने कहा कि पूरे मामले का फैसला मुख्य रूप से पीड़िता की गवाही और वैज्ञ...