कुशीनगर, नवम्बर 5 -- कुशीनगर, वरिष्ठ संवाददाता। गोरखपुर के जेडी कार्यालय से पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जिले की टीम के साथ मंगलवार को पडरौना शहर के चार निजी अस्पताल व एक पैथोलॉजी की औचक जांच की। हर जगह टीम को बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां मिलीं। निजी अस्पतालों में डॉक्टर तक नहीं मिले। जबकि मरीज भर्ती थे। एक निजी अस्पताल में भर्ती महिला के परिजनों ने बताया कि उसे एक अक्तूबर को मेडिकल कॉलेज के एमसीएच विंग स्थित महिला अस्पताल में प्रवस पीड़ा होने के बाद गांव की आशा लेकर आयी थी। महिला डॉक्टर ने रात में परिजनों से कहा कि वह कुछ नहीं समझ पा रही हैं, वहां कोई व्यस्था नहीं है। उन्होंने निजी अस्पताल में अच्छी व्यवस्था का हवाला देते हुए न्यू गैलेक्सी अस्पताल भेज दिया। वहां भर्ती होने के बाद उनका बच्चा मर भी गया। महिला का इलीाज अब भी चल रहा है। पडर...