हल्द्वानी, सितम्बर 12 -- सूरत-ए-हाल : 55 : फीसदी डॉक्टरों के पद हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में खाली 22 : सितम्बर से शुरू होने जा रहे एमबीबीएस के नया बैच बृजेंद्र मेहता हल्द्वानी, मुख्य संवाददाता। उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के सरकार के तमाम दावे जमीनी हकीकत में फेल नजर आते हैं। प्रदेश के पहले राजकीय मेडिकल कॉलेज, हल्द्वानी की स्थिति इस समय बेहद खराब है। यहाँ मानसिक रोग, फॉरेंसिक मेडिसिन, रेडियोलॉजी और फिजियोलॉजी जैसे अहम विभाग महज एक-एक डॉक्टर के भरोसे चल रहे हैं। वही डॉक्टर मरीजों की कतारें निपटाते हैं, 125 मेडिकल छात्रों को पढ़ाते हैं और केसों की गवाही के लिए कोर्ट-थाने भी दौड़ते हैं। मेडिकल कॉलेज में एसिस्टेंट, एसोसिएट और प्रोफेसर के 55 फीसदी से ज्यादा पद खाली हैं। इसका असर सीधा मरीजों के इलाज और छात्रों की पढ़ाई पर पड़ा है। क...