बस्ती, जुलाई 24 -- बस्ती, निज संवाददाता। महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कॉलेज में पहली बार सर्जरी के दौरान पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड से सेंट्रल लाइन डाली गई। सेंट्रल लाइन से लंग्स में न्यूमोथोरेक्स, अन्य टिशू की चोट, कैरोटेड आर्टरी में इंजरी से बचाव होगी। विभाग में अभी तक सर्जरी के दौरान अनुमान से मरीजों की नसों की लोकेशन देखकर सुन्न किया जाता था। जिससे मरीज को इंजरी की संभावना रहती थी। विभागाध्क्ष डॉ. अभिषेक बरनवाल और डॉ. सर्वेश पाठक के नेतृत्व में ओटी में मरीज को पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड का उपयोग कर मरीज की पतली नसों को देखकर ऑपरेशन के लिए सुन्न किया गया। इस विधि में पूरी बेहोशी के बिना शरीर के छोटे भाग की नसों को आसानी से सुन्न कर (पेरिफेरल नर्व ब्लॉक) किया जा सकता है। सामान्य मरीजों में भी पूरी बेहोशी के खतरे से बचाव के साथ आसानी से किया जा सकता है। अ...