गोंडा, नवम्बर 4 -- गोण्डा, संवाददाता। मंडल मुख्यालय स्थित मेडिकल कॉलेज में चिकित्सा संबंधित पांच काम ठप हो गए हैं, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं पटरी से उतर गईं हैं। स्थिति यह हो गई है कि स्वास्थ्य सेवाएं घटकर अब सीएचसी स्तर तक ही सीमित हो गईं हैं। सिर्फ ओपीडी व इमरजेंसी तक ही चिकित्सा सुविधाएं सिमट कर रह गईं हैं। यह स्थिति तब है जबकि सुविधाएं बढ़ने के बड़े - बड़े दावे किए जा रहे हैं। बाबू ईश्वर शरण अस्पताल को पहले जिला अस्पताल का दर्जा प्राप्त था। मंडल स्थापना के बाद मंडलीय अस्पताल का तमगा मिल गया और सीएमएस की जगह प्रमुख चिकित्साधीक्षक की तैनाती होने लगी। बाद में अस्पताल स्वशासी मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध हो गया और उसे मेडिकल कॉलेज का दर्जा हासिल हो गया लेकिन सुविधाएं बढ़ने के बजाए घट गईं। अब अस्पताल में अल्ट्रासाउंड नहीं हो रहा है। मरीजों को बाहर...